भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने आज आशा कार्यकर्ताओ पर हुए हमलो के सन्दर्भ में इंडियन एक्सप्रेस का एक न्यूज़ आर्टिकल ट्विटर पर साझा करते हुए ट्वीट किया की “फरीदाबाद में जान मोहम्मद और उनके लोगों ने आशा कार्यकर्ताओं बेरहमी से मारा है .
फ़रीदाबाद में जान मोहम्मद और उनके लोगों ने ASHA workers जो corona की data एकत्र कर रहें थे..उन्हें बेरहमी से मारा
पूरे मोहल्ले में ये बात फैलाई गयी की सरकार NRC के लिए डेटा इकट्ठा कर रही है।
पुलिस “जान मोहम्मद” और उनके साथियों को गिरफ़्तार करने ढूँढ रही है https://t.co/xnYNv8JC8j— Sambit Patra (@sambitswaraj) April 24, 2020
ट्विटर पर ट्वीट करने से पहले शायद संबित पात्रा ने इंडियन एक्सप्रेस का वो आर्टिकल भी ढंग से नही पढ़ा जिसको कोट करते हुए संबित पत्रा ने ये गलत जानकारी ट्वीट करी है . असल में घटना फरीदाबाद की नहीं है वो फरीदाबाद जिले के लुहिंगा कलां गांव की है , जहाँ जान मोहम्मद एवं तीन बेटों द्वारा आशा कार्यकर्ता साजिदा और उनके पति से मारपीट की गई. इस दौरान दंपति के साथ मौजूद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने पास के एक घर में छिपकर जान बचाई. आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत हमलावरों पर पुनहाना पुलिस थाने में एफआईआर भी दर्ज की गई है.फरीदाबाद पुलिस ने भी संबित पात्रा के इस भ्रामक ट्वीट के जवाब में तथ्यात्मक जानकारी ट्वीट करते हुए बताया की ये घटना फरीदाबाद की नहीं है
सर नमस्कार, श्रीमान आप आशा वर्कर की जिस घटना का जिक्र कर रहे ,, वह फरीदाबाद की नही है।
— Faridabad Police (@FBDPolice) April 24, 2020
फरीदाबाद पुलिस के इस ट्वीट के बाद लोगो ने भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा की ट्विटर पर जबर्दस्त खिंचाई शुरू कर दी है एवं संबित पात्रा के खिलाफ क़ानूनी कारवाई की मांग तक कर डाली है .
इस पर कारवाई क्यों नही करते हो आप,ये झूठ फैला रहा है
— ChandraShekhar Bhankrota चंद्रशेखर भांकरोटा (@YUVAMARWADI) April 24, 2020
चचा @sambitswaraj अरे ओ फर्जी डिग्री वाले च्चा काहे अपनी इतना फेक न्यूज फेला रहे हो।
— Gaurav Kumar Sharma (@GauravSharmaINC) April 24, 2020
इसके ऊपर डिजास्टर मैनेजमेंट के तहत केस दर्ज करो जी फेक न्यूज फैलाकर धार्मिक उन्माद और प्रदेश की मान हानि कर रहा है ।माननीय @cmohry श्री @mlkhattar जी आदेश करें ।
— Yogender Yogi یوگیندر یوگی (@yogenderayogi) April 24, 2020
तो इस संतरे को फेक न्यूज फैलाने के जुर्म मे गिरफ्तार क्यों नहीं करते, या सिर्फ धर्म देखकर कारवाइ करते हे आप भी
— सपना राठी (@sapnarat) April 24, 2020
वही एक ट्विटर यूजर ने फरीदाबाद पुलिस से निवेदन तक कर डाला की इन्हें नमस्कार नही जूतों की आवश्यकता है
इन श्रीमान को आपके नमस्कार कि नहीं, जूतों की आवश्यकता है क्योंकि यह कोई मामूली आदमी नहीं है इनका मकसद है कुछ
— Sandeep Singh (@Sandeeplucknowi) April 24, 2020
अब देखने लायक बात ये होगी की फरीदाबाद पुलिस भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता के खिलाफ कुछ कारवाई करती है के नहीं या फिर जनता को इस फरीदाबाद पुलिस के इस ट्वीट से ही संतोष करना पड़ेगा . ऐसा पहली बार नही हुआ है की भाजपा के नेता और पदाधिकारी फर्जी खबरों के प्रचार प्रसार करते हुए चिन्हित हुए है . भाजपा पर फर्जी खबरों के प्रचार और प्रसार के आरोप तब से लगते आया हैं जब से देश में देश सोशल मीडिया का उदय हुआ है परन्तु शायद ही किसी मामले में कोई कड़ी क़ानूनी कारवाई हुई है .
देश के सभी नागरिकों से निवेदन है की कोरोना वायरस के स्नक्रमण से तो बचे ही , साथ ही साथ फर्जी खबरों के स्नक्रमण से भी अपना बचाव करे .